मराठी भाषा में [बंजारा] घुमंतू विमर्श पर आपने लेखन कार्य किया हैं |
आपने ''गोर बंजारा ईतिहास'' ,''लदेनी'', ''कबिरवाद,'''' बंजारा सन्दर्भ कोष,गुन्हेगार जाती जमाती कायदा'' , ''सिंघु संस्कृति व् पूर्व गोर बंजारा संस्कृति'' आदि मौलिक पुस्तकों द्वारा बंजारा बोली भाषा को मान्यता दिलाई | हमे आप पर गर्व हैं | आप को लाख-लाख बधाईयाँ ....|